#मेरी खुशियों की
अपनी ही
अलग सी वजह है
क्योंकि
मैंने कभी किसी के
आँगन की धूप से
अपने लिए रोशनी नहीं चुराई
तभी तो आँगन भी मेरा है
और मेरे आँगन की धूप भी,..!
धूप जो मुझे
तपना, ढलना
और फिर उगना सिखाती है
रोज एक नई ऊर्जा के साथ,
और रोशनी की हर किरण
हौसला दिलाती है
खुश रह कर जियो,
और खूब खुशियाँ बाँटो
ये तुम्हारी अपनी कमाई हुई खुशियाँ है
जिनके लिए
अभी तो और जीना है,...!
#प्रीति सुराना
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