#मैं
अकेले बैठी
कहीं गुम सी थी,
यूँ लगा
मानो तुम सी थी,
और
तुमने खुद ही सोच लिया
'कोई' नाराज है
इसलिए
चुप है किसी बात पर,
पर सच ये है
कि
वो 'कोई'
तुम सी होकर
गौर कर रही थी
तुम्हारे हालात पर,
महसूसना
अब तुम मेरा प्यार
कभी शक मत करना
मेरे ज़ज्बात पर,...!
#प्रीति सुराना
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