#इंसान ने फरियाद की
मसीहा से
तमाम दलीलों के साथ
कि दरिंदों को समझाइये
कुछ तो इंसानियत सिखलाइये
सुनकर मसीहा से पहले
दरिंदा मुस्कुराया
और बोला
बेवजह जी दलीलें मत दो
और फालतू की बहस मत करो
हमारी तादाद तो थोड़ी सी है
और हम बेचारे
बिना कुछ किये
तुम्हारे किये अपराधों का
बोझा लादे मुँह छुपाए बैठे हैं
किस इंसानियत की बात करते हो
कुछ तो शर्म करो
हम तो मुफ्त में बदनाम हैं
दरिंदों के भेष में
ज्यादातर इंसान ही घूम रहे हैं,..!
#प्रीति सुराना
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