Friday 28 February 2020

बहुत कुछ सहना पड़ता है!😒

#मैं जब भी कुछ करती थी
लोगों कुछ न कुछ कहते थे,

जब भी लोग कुछ कहते थे
मैंने फिर से कुछ करती थी,

मैं करती रही अपना काम
खामोशी से सबको सुनकर,

तब जाकर हवाओं ने पुकारा
आसमान पर जाकर मेरा नाम।

#प्रीति सुराना

0 comments:

Post a Comment