अश्रुपूरित श्रद्धांजलि
तुम प्रेरणा हो तुमसे बहुत अधिक आसक्ति थी,
न जाने क्यों तुमसे हृदय को गहन अनुरक्ति थी,
विदेह ही सही नेत्री तुम स्मृतियों में रहोगी सदा,
स्त्री थी तुम व स्त्री होकर भी स्त्री की शक्ति थी,
प्रीति सुराना
संथापक
अन्तरा शब्दशक्ति
सम्पूर्ण भारतीय नारी के व्यक्तित्व को समेटे एक अद्भुत नारी और अभूतपूर्व नेता | शत शत नमन आदरणीय सुषमा जी |
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति
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