Thursday, 28 March 2019

अपना होना

मन के मनके हों  मन के धागों में पिरोने के लिए
कुछ पाना हो तो तैयार रहना कुछ खोने के लिए
यूँ ही नहीं  बनते  या  निभते  मन के अटूट रिश्ते
अपना  होना होता है  अपनों का  होने के  लिए!

प्रीति सुराना

0 comments:

Post a Comment