एक याचना मेरे इष्ट से
है भावों का अतिरेक,
कायम रखूँ भरोसा सबका
हो कथनी करनी एक,
प्रेम सभी से बना रहे
छल से न कोई नाता हो
रिश्ते चाहे कम रहें
पर नीयत हो मेरी नेक!
प्रीति सुराना
copyrights protected
एक याचना मेरे इष्ट से
है भावों का अतिरेक,
कायम रखूँ भरोसा सबका
हो कथनी करनी एक,
प्रेम सभी से बना रहे
छल से न कोई नाता हो
रिश्ते चाहे कम रहें
पर नीयत हो मेरी नेक!
प्रीति सुराना
0 comments:
Post a Comment