जो भी दिल में गर्द है
उसे साफ करें
जो भी हुआ या किया
उसे माफ करें
हमारे बाद होंगे
सिर्फ दर्द और आंसू
तो क्यों न आज
खुशियों के साथ इंसाफ करें,..!
प्रीति सुराना
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जो भी दिल में गर्द है
उसे साफ करें
जो भी हुआ या किया
उसे माफ करें
हमारे बाद होंगे
सिर्फ दर्द और आंसू
तो क्यों न आज
खुशियों के साथ इंसाफ करें,..!
प्रीति सुराना
मंगलमय हो नव वर्ष।
ReplyDeleteसार्थक रचना
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