प्रखर विचारों-वचनों से राष्ट्र सेवा, कर्तव्यनिष्ठा व जीवन मूल्यों के प्रति समाज को नई दिशा देने वाले कड़वे वचन के लिए प्रसिद्ध महान मार्गदर्शक व्यक्तित्व राष्ट्रसंत तरुण सागरजी महाराज को विनम्र श्रद्धांजलि।
मीठी-मीठी बातों के युग में
जो देते थे कड़वे प्रवचन,
युगों तक याद रहेगी बातें
विदा देते हुए नम हैं नयन,
अकेले ही चले थे क्रांतिदूत
प्रखर वक्ता लिए अनूठे विचार,
अमर हुए आज शब्दों से राष्ट्रसंत
संलेखना से किया महाप्रयाण,...
डॉ प्रीति सुराना
ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, सबकुछ बनावटी लगता है “ , मे आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
ReplyDeleteसादर श्रद्धांजलि !
ReplyDeleteक्रांतिवीर तरुण सागर महाराज की प्रवचन-शैली मुझे ग्राह्य नहीं थी किन्तु उनके प्रवचन सदैव रूढ़वादिता पर चोट करते थे और आदमी को इन्सान बनने के लिए प्रेरित करते थे. कोटि-कोटि नमन !
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