Tuesday, 17 April 2018

बीस बरस

हाँ! बीस बरस पूरे हुए,
साथ-साथ जीते हुए,
साथ जब अपनों का हो,
नहीं याद गम बीते हुए,... प्रीति सुराना

0 comments:

Post a Comment