खोने की फितरत है गहराईयों की,
दुनिया को आदत है रुसवाईयों की,
भीड़ में दर्द भी परेशां होता होगा
दर्द को जरूरत है तनहाईयों की,..
प्रीति सुराना
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खोने की फितरत है गहराईयों की,
दुनिया को आदत है रुसवाईयों की,
भीड़ में दर्द भी परेशां होता होगा
दर्द को जरूरत है तनहाईयों की,..
प्रीति सुराना
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