Saturday, 30 December 2017

मेरा सपना

सुनो!
कभी जिंदगी ने धोखा दिया
और छूट गया तुम्हारा हाथ
रुक गई मेरी सांसे
और न रह सके हम साथ
तो गुजारिश मेरी
पूरा करना हर वो सपना
जो बसता है इन दिनों
तुम्हारी आँखों में
क्योंकि
मेरे सपने के
मुक्कमल होने का
सिर्फ एक यही रास्ता है।
जानते हो
मेरा सपना क्या है?
मेरा सपना है
तुम्हारी आँखों मे पलते
सपनों का पूरा होना,.
फिर चाहे मेरे साथ
या फिर
मेरे बाद,...
बोलो!
तुम करोगे न
मेरा सपना पूरा???

प्रीति सुराना

1 comment: