लिखूंगी आशाएं प्रेम सपनें तुम
लिखूंगी विश्वास साथ अपनें तुम
फिर सोचती हूँ क्यों लिखूं ये सब
लिखूंगी मैं सिर्फ,.. *सिर्फ मेरे तुम*
प्रीति सुराना
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लिखूंगी आशाएं प्रेम सपनें तुम
लिखूंगी विश्वास साथ अपनें तुम
फिर सोचती हूँ क्यों लिखूं ये सब
लिखूंगी मैं सिर्फ,.. *सिर्फ मेरे तुम*
प्रीति सुराना
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