Friday 5 May 2017

वर्ष पूरे बीस

जीवन के बीते हुए खुशनुमा पलों को
गुलदस्ते सा सहेजना मुश्किल होता है,..
पर अतीत के सहेजे हुए पलों की महक
आगामी जीवन को सुरभित करती हैं,..

ऐसे ही कुछ पलों की यादों का ताना बाना है,
जो हमें आप सभी की साक्षी में दोहराना है,
यूं तो हुए है इस रिश्ते को "वर्ष पूरे बीस"
पर रिश्ता ये हमारा लगता है जन्मों पुराना है,..

जब तक तन में सांसे और दिल में धड़कन है,
चाहत है तब तक हम दोनों को साथ निभाना है,
आप आमंत्रित हैं हमारी खुशियों के इस मेले में,
आपकी दुआओं से इन पलों को यादगार बनाना है,..
प्रीति सुराना

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