Sunday, 29 May 2016

"जय बेलन देवता"

बड़ी विडम्बना है
पुरुष प्रधान समाज
जहां अपहरण के बाद नारी को अग्नि परीक्षा देनी पड़े,..
भरी सभा में औरत का चीरहरण हो,..
स्त्री का खुली सड़क पर सामूहिक बलात्कार हो,..
इजिप्ट के तहारुश पे लंबे लंबे लेख लिखे जाएं
ऐसे समाज के पुरुष घर के भीतर पत्नी पीड़ित होने की बात बेलन का उदहारण लेकर बताएं,...
वाह रे दुनिया
तहारुश जैसे खेल में नारी को अपना ये हथियार बेलन क्यों न याद आये ?
और आदमी पत्नी द्वारा बेलन की पिटाई कैसे भूल जाए?
जो बेलन याद रहे
तो देश में तहारुश जैसे खेल
और बलात्कार और प्रताड़ना
इसी बेलन नमक अचूक हथियार से ही न मिट जाए।
क्यों न नारियों का हथियार बेलन पूजनीय हो जाए,..
"जय बेलन देवता"
प्रीति सुराना

0 comments:

Post a Comment