Monday, 24 August 2015

जिनवाणी का अपमान

कभी नहीं बदला गया बाइबिल का कोई चैप्टर,
कभी नहीं बदली गई कुरान की कोई आयत,
कभी नहीं बदले गए गुरुग्रंथ साहेब के सिद्धान्त,
कभी न बदले गए रामायण और गीता के श्लोक,
फिर दिया अधिकार किसने बदली जाए जिनवाणी,
इससे बढ़कर भला क्या होगी जैनधर्म की हानि,
आत्महत्या से तुलना संथारा का है अपमान,
जागो जैनो जागो खतरे में है हमारा आत्मसम्मान,....प्रीति सुराना

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