Saturday, 6 April 2013

अहमियत


तू जो मिला है मुझको,
ये तो मेरी किस्मत है,..
तू क्या जाने मेरे लिए,
तेरी कितनी अहमियत है,..

कैसे कहूं कि मेरे दिल में,
कितनी गहरी चाहत है,...
तुझे पाने की खातिर की मैंने,
खुदा की कितनी खिदमत है,..

ये फल जो पाया है मैंने,
उसमे कितनी मेहनत है,..
सुन ली खुदा ने अर्जी मेरी,
बस एक यही गनीमत है,..

और नही कुछ चाहूं मैं तो,
मुझको तो तेरी जरूरत है,..
न समझू मैं प्यार की रस्में,
मेरी वफा पे ये तोहमत है,...

है मुझको अंदाजा इसका,
प्यार में कितनी जहमत है,..
पर देखे जो जमाने के चलन,
तुझे खो देने की दहशत है,...

नही करना यकीन किसी पर,
वक्त से मिली नसीहत है,..
एक तेरा भरोसा सच्चा है,
ये तो खुदा की रहमत है,..

जो एक तू है साथ मेरे,
तो इस दिल को राहत है,..
सब कुछ किया है तुझको अर्पण,
मेरे प्यार की यही वसीयत है,..

तुझको पाने को दे सकती हूं,
जो मेरी जान भी कीमत है,..
प्यार से बढ़कर कुछ भी नही,
इस बात से क्या तू सहमत है,..

जी पाऊं एक पल भी तुझ बिन,
नही मुझमें अब ये हिम्मत है,..
कभी न जाना रूठकर मुझसे,
बस मेरी तुझे ये मिन्नत है,....... प्रीति सुराना

23 comments:

  1. जय जिनेन्द्र
    नहीं है मुझमें अब हिम्मत
    कुछ भी प्रतिक्रिया व्यक्त करने की
    नाराज न होना मुझसे
    यही है तुमसे हमारी मिन्नत

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  2. Awwal darje ki faryad. .Rahi ab talak dil se khwaish bekabu; koi dil bhi bekhwaish na paya.

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  3. कोमल भावों की अभिव्यक्ति ...
    शुभकामनायें !

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  4. बहुत ही सुन्दर भावों की प्रस्तुति,आभार.

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  5. सुन्दर कविता | बहुत ही भावपूर्ण शब्दावली और गहन अर्थ लिए लिखी गई रचना | आभार

    कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
    Tamasha-E-Zindagi
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  6. बहुत उम्दा सुंदर रचना .....

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  7. जी पाऊं एक पल भी तुझ बिन,
    नही मुझमें अब ये हिम्मत है,..
    कभी न जाना रूठकर मुझसे,
    बस मेरी तुझे ये मिन्नत है,...

    मनमोहक प्रस्तुति.

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  8. एक -एक पंक्ति मार्मिक और ये पंक्तियाँ बेहद प्रभाव्शाली हैं-जो एक तू है साथ मेरे,
    तो इस दिल को राहत है,..
    सब कुछ किया है तुझको अर्पण,
    मेरे प्यार की यही वसीयत है,..

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  9. नही करना यकीन किसी पर,
    वक्त से मिली नसीहत है,..
    एक तेरा भरोसा सच्चा है,
    ये तो खुदा की रहमत है,..
    बहुत सुन्दर!!!

    अनु

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  10. तुझको पाने को दे सकती हूं,
    जो मेरी जान भी कीमत है,..
    प्यार से बढ़कर कुछ भी नही,
    इस बात से क्या तू सहमत है,..

    जी पाऊं एक पल भी तुझ बिन,
    नही मुझमें अब ये हिम्मत है,..
    कभी न जाना रूठकर मुझसे,
    बस मेरी तुझे ये मिन्नत है,......
    प्रेम का अनूठा भाव खुबसूरत अभिव्यक्ति
    LATEST POSTसपना और तुम

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  11. अद्भुत अभिव्यक्ति है| इतनी खूबसूरत रचना की लिए धन्यवाद|

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