चंद बातें हायकू में:----
छीन लिया है,
वक्त ने सबकुछ,
तुम्हारे बाद,....
अब
तड़प कर
अपनी बेबसी पे
रोता है मन,.....
आंसुओं का यूं
सैलाब सा आया कि
फिर न रूका,....
अब
तू जा पतंगे
शमा बुझ चुकी है
मेरे आंसू से,.....
मेरा वजूद
रेत सा बिखरा था
मिट न सका,....
अब
दर्द ही दर्द
मुझ मे कुछ नही
इसके सिवा,.....प्रीति सुराना
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