मैं हंसी तो उठे सवाल,
मैं रोई तो किए गए सवाल,
मेरी हर खुशी हर गम पर सवाल,
हाल चाहे जो भी हो बदले नही सवाल,
सोचा आज दे दूं जवाब
तो शायद मिट जाए बवाल,
क्यूंकि
मैं बेटी,प्रेयसी,पत्नी,मां,स्त्री,
और सबसे पहले मनुज हूं,..
सुना है इन सब के दिलों में भावनांए होती है
जिनमें प्रेम सर्वोपरि है
और प्रेम से ही उपजते है अन्य सारे भाव
तो लो
किया स्वीकार मैंने कि
हां मैं प्रेम में हूं,......प्रीति सुराना
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