सुनो!
मैंने आज
टूटते हुए तारे को
देखकर दुआ मांगी है,
कि
तुम्हे जिंदगी भर
इतनी खुशियां मिले,
कि दोबारा कभी
तुम्हारी
खुशियों की दुआ
पूरी करने के लिए,..
"किसीको"
टूटना न पड़े
चाहे
वह तारा ही क्यों न हो,..
तुम्ही कहते हो न,..
कि टूटते हुए तारे को देखकर
जो भी मांगो
मिल जाता है,......प्रीति सुराना
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