दुख वह परिस्थति है,
जिसमें मन की सारी संवेदनाएं,भावनाएं और विचार
इतनी प्रबलता से प्रकट होते हैं,
कि हमे जिंदगी में कई सारे
नए अनुभव होते हैं,..
अपने-पराए,सच-झूठ,सवाल-जवाब
जैसे कई नए मुद्दे खड़े होते हैं,
जिनमें से कुछ के लिए मन स्वीकृति
और कुछ के लिए विद्रोह के नारे लगाता है,...प्रीति
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