मैं
स्वतंत्रता, स्वाधीनता और स्वछंदता का अर्थ
जिस पल से समझने लगी हूँ
आत्मबन्धन में भी
स्वतंत्रता को जीने लगी हूँ
मेरा देश, मेरा कानून, मेरा समाज, मेरा परिवार,
मेरी मानवता और मेरी आत्मनिष्ठा से बंधी मैं
आभासी स्वतंत्रता से परे
अब स्वाधीन होकर खुद को
वास्तविक स्वतंत्रता का पर्याय मानने लगी हूँ!
हाँ
अब
मैं
स्वतंत्रता, स्वाधीनता और स्वछंदता का अंतर समझने लगी हूँ।
स्वाधीनता दिवस की सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ!
#डॉप्रीतिसमकितसुराना
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