जिंदगी की पहली साँस से
जिंदगी की आखरी आस तक
मेरी हर भावना और भाव से
भावुकता और विश्वास तक
उंगली पकड़कर चलना सिखाने से
सपनो की उड़ान को जिन्होंने पंख दिए
आज पापा से मेरी मित्रता को हुए आठ साल
जो साथ है आभासी दुनिया से हर आभास तक।
#डॉप्रीतिसमकितसुराना
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