Tuesday, 21 April 2020

पापा और मैं



जिंदगी की पहली साँस से
जिंदगी की आखरी आस तक
मेरी हर भावना और भाव से
भावुकता और विश्वास तक
उंगली पकड़कर चलना सिखाने से
सपनो की उड़ान को जिन्होंने पंख दिए
आज पापा से मेरी मित्रता को हुए आठ साल
जो साथ है आभासी दुनिया से हर आभास तक।

#डॉप्रीतिसमकितसुराना

0 comments:

Post a Comment