#उम्मीद का एक दीया अपनी देहरी पर जलाया जाए
निराशा के घनघोर अंधेरे को उजालों से मिटाया जाए
एक महामारी मौत का पैगाम लिए घूम रही द्वार-द्वार
खींचकर द्वार पर एक लक्ष्मण रेखा चलो उसे जलाया जाए
शंखनाद, तालियां और घण्टियाँ सम्मान थी सेवाकर्मियों की
क्यों न आज दीपपर्व मनाकर देश को जगमगाया जाए
हम नहीं डरते हैं हरकतों से नापाक इरादे वालों की
आज मिलकर उन्हें एकता की ताकत को दिखाया जाए
जो न हो शामिल वो खुद साबित कर देखा अपनी गद्दारी
शामिल होकर देश की मुहीम में अपना भी फ़र्ज़ निभाया जाए
देश के प्रधान का आदेश है कि साथ हो तो एकता दिखा दो
चलो आज एक साथ हर द्वार पर प्रीत का दीया जलाया जाए।
#डॉप्रीति समकित सुराना
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