Wednesday 25 March 2020

कठिन समय है कठिन तपस्या

कठिन समय है कठिन तपस्या
पर
समझना होगा सभी को
खास बनने के लिए
हीरे को कटना पड़ता है
सोने-चांदी को गलना पड़ता है
लोहे को अपनों के हाथों ही पिटना पड़ता है
जब जाकर शक्ल लेते हैं ये सब
कोहिनूर, आभूषण या किसी सुंदर पात्र के,..
हे दुर्गा!
तुम दुर्गा यूँही नहीं बनी
ये तप और तपस्या का परिणाम है
कि सृष्टि की रक्षा के लिए
स्वयं त्रिदेव 
और दैवीय शक्तियों ने तुम्हे गढ़ा है,..!

शत-शत नमन,कोटिशः वंदन🙏🏼

हिन्दू नववर्ष की 
सभी को ढेर सारी बधाइयाँ
नववर्ष सारी परीक्षाओं के 
सुखद परिणाम लेकर आए।

डॉ प्रीति समकित सुराना

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