Wednesday 18 September 2019

वक्त जब हिसाब लेता है!

मेरा अभी कुछ भी कहना व्यर्थ है
क्योंकि दर्द वही देते हैं जो साथ होते है,
लेकिन वो ये बात नहीं जानते
कि इस तरह वो अपने अपनों का यकीन खोते हैं,
आज हँसने का मौका मिला है हालातों पर
तो हँस लेने दो इन्हें जी भर कर,
वक़्त जब हिसाब लेता है
तो वक्त पर हंसने वाले तमाम लोग तनहा होते हैं,..!

प्रीति सुराना

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