Sunday, 10 March 2019

नारी सर्जक है

नारी सर्जक है, रंग है, उमंग है,
सृष्टि का अभिन्न अंग है,
सार्थकता तभी है जब पुरुष
और आधी आबादी (नारी) संग है।

प्रीति सुराना

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