Thursday, 29 November 2018

अर्जी

हर साँस के साथ होती है आस,
हर आस के साथ बढ़ता है विश्वास,
हर विश्वास के साथ होने चाहिए प्रयास,
न हो कोई भी विपरीत बात अनायास,
न बने रिश्ते गलतफहमियों का ग्रास,
क्योंकि रिश्तों का बंधन होता है खास,
जो भरता है जीवन में नया उजास,....

हाँ
यकीनन है मुझे तुम्हारे प्यार का आभास,
तुम रहना बनकर हौसला सदा मेरे पास,
तुम्हारा होना ही देता है मुझे सुख का एहसास
रब की देहरी में मेरी यही अर्जी यही अरदास,...

और सुनो!
तुम्हारा दुआ करना ये अर्जी मंजूर हो,
यकीनन ये प्रेम ही है,... है न!!!!

प्रीति सुराना

प्रीति सुराना

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