Saturday, 21 October 2017

धड़कनों की रफ़्तार

सुनो!

मत रोकना
अपनी धड़कनों की रफ़्तार
जब मैं मिलूं तुमसे,

कभी

एक ख्वाब देखा था
तब सुनी थी
मैंने धड़कनें तुम्हारी

प्रीति सुराना

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