Friday, 5 May 2017

नज़र नही बदली

कई कांटे चुभे पग में कभी डगर नही बदली,..
नज़रिये बदलते रहे चाहे लेकिन नज़र नही बदली,..
साथ चलकर किए पूरे समर्पण के बरस उन्नीस,..
सात फेरों वाली हमनें कोई कसम नही बदली,..।
प्रीति सुराना

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