Thursday 12 January 2017

जाओ बसा लो,..

जाओ बसा लो खुशियों का जहाँ,
हम करेंगे दुआ ये हरपल यहाँ,
जिस राह पर भी कदम तुम रखो,
दूर हो कांटे और बिछे हो फूल वहाँ, .. प्रीति सुराना

0 comments:

Post a Comment