Monday, 27 June 2016

मानवधर्म

केवल किसी जीव को न मारना ही 'अहिंसा' नहीं है,
'जीयो और जीने दो' ये बात महावीर ने कही है,
मन-वचन-कर्म से हम पंहुचा सकें साता हर जीव को,
मेरी नज़र में जैनत्व की पहचान और मानवधर्म यही है,... प्रीति सुराना

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