गहन सी चुभन सीने में है
अब मज़ा नही जीने में है
लत न यूं मुझे पीने की थी
पर नशा अश्क़ पीने में है,..प्रीति सुराना
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गहन सी चुभन सीने में है
अब मज़ा नही जीने में है
लत न यूं मुझे पीने की थी
पर नशा अश्क़ पीने में है,..प्रीति सुराना
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