मेरे जीवनसाथी
सुनो !!
आज
तुम्हारे जन्मदिन पर
तुम्हारे लिए
दुआओं में मांगी मैंने
तुम्हारी लम्बी उम्र
तुम्हारी अच्छी सेहत
तुम्हारे सुख
तुम्हारी समृद्धि
तुम्हारी सफलता
तुम्हारा यश
तुम्हारे सपनो का साकार होना
साथ ही
मांग लिए मैंने
उन्ही दुआओं में
अपने लिए
तुम्हारे सारे दुख
तुम्हारी परेशानियां
तुम्हारी मुश्किलें
तुम्हारे दर्द
तुम्हारा बुरा वक्त
तुम्हारी कमजोरियां
तु्म्हारे अधूरे और टूटे हुए सपने
और हां
उपहार में
किया मैंने आत्मसमर्पण
आजीवन तुम्हारे लिए
प्रतिउपहार में
मुझे चाहिए तुम्हारा साथ
आजीवन मेरे लिए
ताकि हो सकें पूरी मेरी दुआंए
और जी सकें
जीवन का हर लम्हा
हर पल हर कदम
हर दम साथ-साथ,........प्रीति सुराना
बहुत सुन्दर....हार्दिक शुभकामनायें!
ReplyDeletedhanywad
Deleteआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (11-08-2013) के चर्चा मंच 1334 पर लिंक की गई है कृपया पधारें. सूचनार्थ
ReplyDeletebahut aabhar apka
ReplyDeleteउपहार में किया आत्म समर्पण, वाह !
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