Monday 15 October 2012

फिर क्या करोगे तुम??


सुनो!

जब तुमने तय कर ही लिया है,
कि मुझसे कुछ भी न कहोगे,...

अपने होकर भी परायों से रहोगे
तो चलो मेरा भी वादा है तुमसे,...

तुम्हे अपनी मुस्कुराहट बनाकर 
सबमें बाटूंगी नही,..
और न आंखो का आंसू बनाकर
बहाउंगी,..
छुपाकर रख लूंगी सीने में
यादें बनाकर,..

फिर क्या करोगे तुम??/

तब तो दर्द बनकर हमेशा
मेरे दिल में रहोगे न,...प्रीति सुराना

3 comments:

  1. तुम्हे अपनी मुस्कुराहट बनाकर
    सबमें बाटूंगी नही,..
    और न आंखो का आंसू बनाकर
    बहाउंगी,..
    छुपाकर रख लूंगी सीने में
    यादें बनाकर,..

    फिर क्या करोगे तुम??/bahut khoob,kabile tarif

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