लड़की
जिस पर लादी गई
बचपन में
पिता के घर
माता-पिता और भाई की इच्छाएं और बंदिशें,
जवानी में
पति के घर
पति और ससुराल की इच्छाएं और बंदिशें,
बुढापे में
पुत्र के घर
पुत्र-पौत्र और आयु और अवस्था जनित बंदिशें,
लड़की से
बेटी,बहन,
फिर पत्नी-बहू,
फिर मां -सास
और दादी-नानी
कितने सम्मान जनक
रिश्तों के सफर में
सिर्फ एक
"स्वत्व"
की तलाश में
लड़की................प्रीति
0 comments:
Post a Comment