Saturday 24 December 2011

गम की राहें


मुझको ये अहसास हुआ है,आज ये मैनें जाना है,....
दुनिया की इस महफिल में,हर कोई मुझसे बेगाना है,....

मेरी थी आरजू कि मैं प्यार सभी का पाऊं,
पर न था मालूम मुझे कि भीड़ में भी मैं तनहा हूं,
आज सभी ने कदमों तले रौंदा,मेरी आरजुओं का ताना बाना है,
दुनिया की इस महफिल में,हर कोई मुझसे बेगाना है,
मुझको ये अहसास हुआ है,आज ये मैनें जाना है,..

मेरे दिल का कोई भी अरमां कभी भी हुआ नही पूरा,
जो भी ख्वाब सजे आंखों में,पलकों से गिरकर टूटे,
जिनको चाहा,जिनको पूजा,आज उन्हे पहचाना है,
दुनिया की इस महफिल में,हर कोई मुझसे बेगाना है,
मुझको ये अहसास हुआ है,आज ये मैनें जाना है,...

मेरी चाहत,मेरी तमन्ना,कुछ भी मेरी नही हैं,
मेरे सपने,मेरे अपने भी तो मेरे नही हैं,
जब गुजरी गम की राहों से,तब ये सबकुछ मैनें जाना है,
दुनिया की इस महफिल में,हर कोई मुझसे बेगाना है,
मुझको ये अहसास हुआ है,आज ये मैनें जाना है,.......प्रीति

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