Tuesday, 3 December 2019

सच्चे रिश्ते अभासी दुनिया के

गुलशन कहता है भुआ हम तो दिल से रिश्ता निभाते हैं पर रिश्ते निभते तब हैं जब जिससे हम निभा रहे हैं वो भी रिश्ते को लेकर वही सम्मान और भावनाएँ रखता हो। तभी तो fb पर मुकेश भैय्या का लाडला बेटा आज भतीजा बनकर इतना प्यार देता है, और सच गुलशन की बुआ होना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।
साक्षी और बच्चों और श्वेता का स्नेह साथ बाँध लाई हूँ। 
घर की बुआ को जितना सम्मान और प्यार मिलता है उससे भी बहुत ज्यादा इन सबसे मुझे मिला।
दिनभर साथ घूमना, खाना-पीना, मस्ती, बातें जो खत्म ही नहीं हो रही थी। गुलशन-साक्षी मुझे बारां तक छोड़ने आए।
भीगी पलकों से फिर जल्दी मिलने का वादा करके लौट तो आए पर बहुत मुश्किल था।
गुलशन की आंखों की नमी द्रवित करती है और उसका ये कहना कि भुआ ये रिश्ते ही हमारी पूँजी हैं आज के ज़माने में भी रिश्तों पर यकीन करने को विवश करता है।
लव यू ऑल, मिस यू ऑल😘❤️🙏🏼

केशोरायपाटन की नौका यात्रा और सेवन वंडर्स पार्क के फोटोज़ अगली पोस्ट में :)

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