Monday, 27 October 2014

क्या फर्क हैं ???

क्या फर्क हैं अपनों या गैरों से मिले आघातों में 
अंधेरा जीवन में हो या हो लंबी काली रातों में
क्या रक्खा है बेमतलब की छोटी छोटी बातों में 
सुख दुख मिलते हैं अकसर कम ज्यादा अनुपातों में,... प्रीति सुराना

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