Thursday, 25 April 2019

मैं डरती नहीं

कदम-कदम पर इम्तिहानों से कभी मैं डरती नहीं,
ज़रा-ज़रा सी मुश्किलों की परवाह मैं करती नहीं,
मेरी आँखों में आँसू नहीं सिर्फ सपने बसते हैं
आँसुओं को बहा देती हूँ आँखों में भरकर रखती नहीं।

प्रीति सुराना

No comments:

Post a Comment