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जाबाजों की टोली में औकात है क्या गद्दारों की, देखो आज हवा में हिम्मत अपने वीर जवानों की, खामोशी से निकला हर सैनिक अपना सीना ताने, और बजा दी बारह जाकर सरहद पर हैवानों की,..!
प्रीति सुराना
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