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जो भी दिल में गर्द है उसे साफ करें जो भी हुआ या किया उसे माफ करें हमारे बाद होंगे सिर्फ दर्द और आंसू तो क्यों न आज खुशियों के साथ इंसाफ करें,..!
प्रीति सुराना
मंगलमय हो नव वर्ष।
सार्थक रचना
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मंगलमय हो नव वर्ष।
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