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(एक और ख़ूबसूरस्त शाम 7 sep. 2019)
यादें याद आती हैं,..
खुशियाँ दो पल की ही सहीं यादें उम्र भर की दे जाती हैं और ये यादें ही बात-बात में जीवन को ताज़ा कर जाती हैं,..! (मैं ढूंढती हूँ खुश होने के बहाने,..)
प्रीति सुराना
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