Monday, 9 September 2019

(एक और ख़ूबसूरस्त शाम 7 sep. 2019)

(एक और ख़ूबसूरस्त शाम 7 sep. 2019)

यादें याद आती हैं,..

खुशियाँ दो पल की ही सहीं
यादें उम्र  भर की दे जाती हैं
और ये यादें ही बात-बात में
जीवन को ताज़ा कर जाती हैं,..!
(मैं ढूंढती हूँ खुश होने के बहाने,..)

प्रीति सुराना

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