copyrights protected
उपहार
नतमस्तक होकर स्वीकार ये उपहार कर लिया! आप सबने जो नेह दिया और इतना पसंद किया! कोशिश रहेगी मेरी सदा यकीन यह कायम रहे, मन से "आभार" सभी का और दिल से"शुक्रिया"!
प्रीति सुराना
No comments:
Post a Comment