copyrights protected
दुनिया में हकीकत का एक कोना चाहती हूँ झूठी हँसी से बेहतर थोड़ा रोना चाहती हूँ क्यों बिताऊँ जिंदगी बेवजह दिखावे में कुछ नहीं हूँ पर कुछ होना चाहती हूँ,..!
प्रीति सुराना
बहुत सुन्दर...
बहुत सुन्दर...
ReplyDelete