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दर्द
वो मेरे होने को अकसर दे देते हैं 'दर्द' का नाम कभी सीधे-सीधे कभी घुमा-फिराकर हाँ! एक पल ही सही मैं देखना चाहती हूँ जीते जी मेरे न होने के 'दर्द की लकीरें' उनके चेहरे पर,...
ये भी प्रेम ही है न??
प्रीति सुराना
Uff!! Heartbreaking.
https://bulletinofblog.blogspot.com/2018/10/blog-post_16.html
Uff!! Heartbreaking.
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