कोई तो दिख जाता
जैसा हो बस वैसा,..
मानव है ये कैसा
बिलकुल गिरगिट जैसा,..
नीयत सबकी डोली
अब जैसे को तैसा,..
मौन रहे मानवता
बोले रुपया-पैसा
प्रीति सुराना
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कोई तो दिख जाता
जैसा हो बस वैसा,..
मानव है ये कैसा
बिलकुल गिरगिट जैसा,..
नीयत सबकी डोली
अब जैसे को तैसा,..
मौन रहे मानवता
बोले रुपया-पैसा
प्रीति सुराना
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