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दो हस्तियां जब मिलकर हो जाए एकाकार, भावना यही रहे मैं तुझे और तू मुझे सुधार, दोस्ती में भूल जाएं यूं ही गलतियां एक दूजे की, जरुरत ही न हो कि मांगे क्षमा व दे आभार,... प्रीति सुराना
प्रेम में एकाकार होना ही वास्तविक प्रेम की पहचान है ..
प्रेम में एकाकार होना ही वास्तविक प्रेम की पहचान है ..
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