Thursday, 2 January 2020

तुम्हारी खातिर

मैं
तुम्हारे साथ 
हर सुख-हर दुख
हर सपना जी लूँगी,..

क्योंकि
तुम्हारा मुझपर विश्वास
मेरा आत्मविश्वास बढ़ाता है,..

तुम्हारे साथ 
हर मुश्किल आसान लगती है,
आंखों की नमी मेहमान लगती है,..

जिंदगी को मायने देता है
हमारा साथ,..
वादा है रहूंगी साथ, 
जब तक है साँस,..

सुनो!
मेरे सपनों का आकाश तुम हो,
मेरे जीवन का आगाज़ भी तुम हो,
मेरा खुद मुझपर विश्वास भी तुम्ही हो,

ओ मेरी धड़कन, मेरी आस, 
बस 
बातें ये कभी न तुम भूलना
कोई तुम्हारी खातिर है जी रहा,...!

प्रीति सुराना

प्रीति सुराना

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