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मेरे लाल तेरी उँगलियों का स्पर्श बिल्कुल मेरे पिता की उंगली सा है उनकी उंगली पकड़ चलना सीखा, और तेरी उंगली पकड़ जीना,....!
प्रीति सुराना
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